Monday, September 24, 2012

One Creator, अव्वल अल्लाह أول الله





तुझे क्या कोई बनाएगा , मेरे राशिद
तू नहीं है ,फिर भी सभी में  तेरा ही आफताब  है !

कुछ तुझे समझे  ना समझे फिर भी ,
आज उनके  सर कांटो का ताज है !

कुछ तुझ तक पहुचे ,उसका हिसाब नहीं,
बस पत्थर पर बैठे , और  आधी  कायनात 
उससे मांगती अब  मुराद  है  !
 वाकई तू बेहिसाब है ,तू लाजवाब  है  !






Theme: A verse about divine creator. we call him as the nature god, allah, bhagwan ...and many names to give.

pic source: qasimsahi.blogspot.com

Sunday, September 23, 2012

Tadap



तड़प  :

इबादत होती,गर तबियत से दीदार होता 
सुभान उसका चेहरा  जिसपे  मैं मरता,
शबनमी उसकी आँखों में ,मै आयते पढता,
उसे देखने को मैं ,कई बार खुद से लड़ता,
शायद उसे मेरी जद्दोजहत समझ आती,
और वो धीरे से मुस्काती, ----तेरी दीवानी







Theme: Believe me Everyone in this world falls in love. So do i and its my interpretation of her A limerick.

Friday, September 21, 2012

Bachpan बचपन بچپن




मेरे बचपन की गलियां
गलियों में यूँ दौड़ लगाना
बड़े बूढों की गाली खाना
ईठल के मचल के उन्हें चिढाना
दोपहरी में उन्हें सताना 
बड़ा याद आता है वो बचपन का ज़माना !

पेड़ में बैठकर घोसलों को ताकना
आसमान की ओर तानकर चिड़ियों को यूँ मार गिरना
भूख लगे जो बन में ,तो उनके अंडे फोड़ के खाना
बड़ा याद आता है वो बचपन का ज़माना !

भोर हुए तो नदी ताल में , दौड़  दौड़कर  डूबकी लगाना
जब आये  स्कूल की बारी जाकर झड़ी में छुप जाना
बड़ा याद आता है वो बचपन का ज़माना !




Theme: Everyone has a childhood and I suppose everyone enjoys it. when we grow up it's just memoirs. Here  is an epigram of my childhood.

pic source:http://www.4to40.com

Thursday, September 20, 2012

Honor Killing : جرائم الشرف

जब भी वहां अज़ान होती ,गलियाँ सुनसान होती है
कोशिशें नाकाम होती है , मोहब्बतें  परवान होती है
इज्ज़त्तें नीलाम होती है , मौत ही अंजाम होती है !!







Theme :  Honor Killing still prevails in many part of world, So in northern region of India but it was unknown to common people till the media exposed it.Then it became a War topic.
An Elegy dedicated for the event. 

pic source:http://www.thekooza.com