Friday, November 23, 2012

maa माँ ماں

“तू  जैसी है-मैं जैसा हूँ , तू मेरी मैं तेरा माँ ”

पहले पहल जब तेरी गोदी में, मैं आँखें खोला था माँ
पहले पहल जब तेरी गोदी में, खिल खिलाके रोया था माँ 
पहले पहल जब तेरी गोदी में, मैं सुकूं  से सोया था माँ
पहले पहल जब तेरी गोदी में,
 ‘जब निशब्द से - मैं शब्दों से खेला था माँ ’
महामंत्र जो मुह से फुटा , पहला अक्षर  वो था माँ !
तू  जैसी है-मैं जैसा हूँ , तू मेरी-मैं तेरा माँ!!

आज तरसता है जी मेरा, जीलूँ मैं उस पल-पल को माँ
आज मचलता है जी मेरा, फिर खेलूँ उस गोद में माँ
फिर फैलादे आँचल तेरा के, मैं सुकूँ से जाऊं माँ
तू  जैसी है-मैं जैसा हूँ, तू मेरी-मैं तेरा माँ !!

इस तपती धुप में मुझे  बचा ले ,फैला आँचल तेरा माँ 
अपने अहैतुकी प्रेम से ,मुझको गद्गद  करदे माँ
जीवन के इस चरम पन्त में, फिर से आश्रय देदे माँ
तू  जैसी है-मैं जैसा हूँ , तू मेरी-मैं तेरा माँ !!

Theme:Mother the word is sufficient. A rhyme dedicated to mother.
pic: photobucket


Wednesday, November 14, 2012

Deepavali दीपावली (Festival of Lights)

आओ दीपावली मनाएं
इस पावन पर्व में ,
हम सब मिल दीप जलाएं !

क्यूँ  रहे मन-मुटाव का मेला
क्यों रखे हो ग़ुबार का ढेरा
आपस में हम मिल-जुल  कर
ऊंच - निच का भेद मिटायें
आओ दीपावली मनाएं ......

मुह मीठे तो कर लिए सारे
मन की कडवाहट कौन मिटाए
सत्य, धर्म के पथ पर चल कर
जीवन को मधुमय बनाएं
आओ  दीपावली मनाएं .......

हम सब  चखते और चटखारे लेते
 और खाकर कहते "कुछ मीठा हो जाए "
क्यूँ  ना आज कुछ निः साधन
नन्ही कलियों का मुह मीठा करवाएं
आओ दीपावली मनाएं .....

दीपोत्सव की इस बेला में,
क्यूँ रहे किसी कोने में अँधेरा
हर गली मोहल्ला दीपों से जगमगाए
आओ  दीपावली मनाएं ......

और अंतर मन का दीप जलाकर
आओ  कुछ अँधेरे  चौखटों  में
दीपदान कर  आयें!!

रोशन हो हर  कोना और मिटे अँधियारा
आज की रात दीपों की रौशनी  में,
ये पावन धरा नहाये !!
आओ दीपावली मनाएं ........

 सब के घर हरियाली छाए
हर आँगन सुमंगल निनाद  हो
सब सुखी और ऐश्वर्यवान हो
 सुभ विचारों का दीपक मन में जलाएं
आओ दीपावली मनाएं .....

ऐसे सुन्दर प्रकाश पर्व में आओ ,
सुभ संकल्पों की लड़ी बनाएं
भारतवासी मित्रों,भाइयों,
एक सा सुन्दर समृद्ध  भारत बनाएं!
आओ  दीपावली मनाएं ......


Theme: Diwali or Deepavali is a Hindu  Festival of Lights.Celebrated in India and few Asian countries. Celebration starts on 13th day of  kartik maas(Hindu lunar month)till next 5-6 days.
This is festival of Joy, Light and Prosperity. In this festival Goddess Lakshmi is worshiped.
According to Hindu mythology She's the deity for all health wealth and Prosperity.
A Sestina on this occasion.

Pic : religionfacts.com "the pic is taken in Indian embassy @ CUBA"

Wednesday, November 7, 2012

Divine Love عشق‎ प्रेम



सुबह  तेरी  फरियाद  से  बीते
रात  मेरी  रियाज़  से बीते
जैसे  जीता-मरता  हूँ !

पूजे  हूँ  उस  अव्वल  को 
सजदा  उसीका  करता  हूँ !

सर  दे  दूँ ,आँख  ना  दूँ
दीदार इसीसे  करता  हूँ !

जाँ दे  दूँ , दिल  ना  दूँ
पिया  को दिल में रखता  हूँ !

तुम क्या जानो, इश्के -बेपरवाह
ऐसे  ही  मै  अपना,  इश्क  सलामत  रखता  हूँ  !



Theme: We all praise the god and believe it's thy soul. An ode how poet praises , seeks divine love of god and feels oneness with him.
pic source: hindugodwallpapersgallery.blogspot.com