कल फिर हमने तेरा इंतज़ार किया
हर पल को सदियों सा पार किया
एक परवाज़ सुनाई देती रही हर सूं
हमने बंद होठों से से ही तुम्हे पुकार लिया
मिन्नतें मांगे किस्से, मेरा खुदा तो रूठा है!
किसी की तस्वीर को रूह कर फ़रियाद किया
उनसे मिलने की तम्मन्ना इतनी थी
हमें संवर संवर के अपने को तैयार किया
आइना भी हंसता होगा शायद
हमने आईने से सौ-सौ सवाल किया
उनसे मिलने की चाहत में शायद आज
हमने खुद से कई-कई बार प्यार किया
न जगा न सोया न पाया न खोया
हर पल हर मंजर को पन्नों में श्याह किया
मैं कोई हयात्त नहीं के सबसे मोहब्बत करूँ
आज महसूस हुआ एक इंसाँ हूँ
हाँ आज मैंने! फिर तुमसे प्यार किया!!
Pic source: forangelsonly.org
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